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तुममेरीहसीनआंखोंकीजानहोइसदिलमेंबसेअरमानोंकीउड़ानहो
खो घयग हु
चहेरा
वादियों में
ढुंढता
देवाबाबत
मुरली
क्याखोयाक्यापाया
पाता
समज़
तुज़े
पाता ही क्या है
आम आदमी
कभी बस
कभी रेलगाड़ी में
की तो बात
ये आम
आदमी
बात ही
बाकी तो देखा देखी तालियां बजा
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Quotes
"ईस हसीन वादियों में, ढुंढता हुं तेरा चहेरा, खो गया हुं ईस व ...
"तु मुजे समज़ पाती नहीं या, मै तुज़े समज़ पाता नहीं, इस बाबत ...
शुक्रवार: आम आदमी की तो बात ही क्या है, कभी बस में तो कभी र ...
सोमवार: ये आम आदमी की तो बात ही क्या है, कभी बसों में तो कभ ...
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